मुंबई :- मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वंचित बहुजन आघाडी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर (Prakash Ambedkar) ने एनसीपी नेता शरद पवार (Sharad Pawar) पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शरद पवार 1988 से 1991 तक राज्य के मुख्यमंत्री थे, इस दौरान शरद पवार विदेश दौरे पर गए थे. पवार भारत से लंदन गए, वहां से 2 दिन के के लिए कैलिफोर्निया गए। उन्होंने कैलिफोर्निया में एक बैठक की. यह उन्होंने स्पष्ट करना चाहिए कि यह बैठक किसके साथ हुई थी. वहां से वह लंदन आये. 2 दिन बाद वे दुबई चले गए. दुबई एयरपोर्ट पर ही शरद पवार की मुलाकात कुख्यात डॉन दाऊद इब्राहिम से हुई, जहां दाऊद ने पवार को एक सोने का हार उपहार में दिया, वहां से शरद पवार शाम की फ्लाइट से लंदन आए और 2 दिन बाद भारत लौट आए।
प्रकाश आंबेडकर (Prakash Ambedkar) ने आगे कहा की मुख्यमंत्री के तौर पर कोई भी व्यक्ति केंद्र सरकार की अनुमति के बिना विदेश यात्रा नहीं कर सकता. क्या तत्कालीन सरकार ने शरद पवार के दौरे को मंजूरी दी थी? उन्होंने मांग की कि मौजूदा केंद्र सरकार को इस बात का खुलासा करना चाहिए कि क्या कैलिफोर्निया में हुई मुलाकात और दाऊद के दौरे की इजाजत केंद्र ने दी थी, अगर दी थी तो क्या उस दौरे की रिपोर्ट केंद्र को सौंपी गई थी.
साथ ही उस इलाके में जहां फिलिस्तीन और इजराइल के बीच संघर्ष चल रहा है. केंद्र सरकार अंदर से इसराइल के साथ और बाहर से फ़िलिस्तीन के साथ है। मैं जिस समय की बात कर रहा हूं, उस दौरान भी जब ईरान और फिलिस्तीन चर्चा में थे, तब भी कुछ को छोड़कर भारत के मुसलमान उनके जाल में नहीं फंसे थे। आज इजराइल का मुद्दा एक ऐसी स्थिति है जिस पर कुछ भारतीय प्रतिक्रिया दे सकते हैं। अगर हमें इसे रोकना है तो इसका खुलासा करना जरूरी है. महाराष्ट्र में फिर से कॉन्ट्रैक्ट किलिंग का सिलसिला शुरू हो गया है और दूसरी बात यह है कि कनाडा, अमेरिका और भारत के बीच चल रहे विवाद के कारण मुंबई, महाराष्ट्र हॉट सीट पर है। क्या शरद पवार को कैलिफ़ोर्निया में दाऊद से मिलने की इजाज़त थी? यदि नहीं, तो वे क्यों मिले, इसका खुलासा मतदाताओं के सामने किया जाना चाहिए। प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि एनसीपी को इसका खुलासा करना चाहिए.
- महा 7 न्यूज़ के लिए विजय गावंडे की ब्यूरो रिपोर्ट
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