नागपुर :- महायुति की एकतरफा जीत ने राज्य में महाविकास आघाड़ी (Mahavikas Aghadi) को पराजित कर दिया, लेकिन नागपुर जिले में कांग्रेस 3 सीट पर कायम रही। हालांकि जिले में केदार इफेक्ट पूरी तरह से गायब हो गया। सीट को लेकर कोई समझौता नहीं करनेवाले राकांपा शरद गुट को करारी मात मिली। जिले में 12 सीटों में से महायुति में भाजपा ने 11 व शिवसेना शिंदे गुट के 1 सीट पर उम्मीदवार उतारे। आघाड़ी में कांग्रेस के 8 , राकांपा शरद पवार गुट 3 व शिवसेना उद्धव गुट के 1 उम्मीदवार थे। भाजपा ने 8 सीटें जीती इनमें शहर में 4 व ग्रामीण क्षेत्र में 4 सीट शामिल है। शिवसेना शिंदे गुट ने 1 सीट जीत ली है। 2019 में उत्तर नागपुर, पश्चिम नागपुर व उमरेड सीट पर कांग्रेस जीती थी। इन सीटों पर कांग्रेस की सीट कायम है, लेकिन सावनेर सीट को कांग्रेस ने गंवा दिया है। राकांपा शरद गुट ने पूर्व नागपुर, हिंगना व काटोल में उम्मीदवार उतारे। तीनों पर वह पराजित हुई है। शिवसेना उद्धव गुट का एकमात्र उम्मीदवार रामटेक में अपनी जमानत भी नहीं बचा पाया है।
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