रायगड : एक साल पहले मुंबई के पास कर्जत विभाग में आने वाले इर्शालवाड़ी गांव बुरी तरह प्रभावित हुआ था। भूस्खलन के कारण पूरा गांव के ढेर में मिट्टी में दब गया. इस हादसे में करीब 80 से 90 लोग दब गए. इसके बाद राज्य सरकार ने अस्थायी आवास की व्यवस्था की थी. लेकिन अब करीब 44 परिवारों को सिडको के माध्यम से पक्के मकान दिये जायेंगे. परिवारों को घर सौंपने से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने शुक्रवार रात इर्शालवाड़ी का दौरा किया और घरों का निरीक्षण किया और संतुष्टि व्यक्त की. उन्होंने यह भी बताया कि और सुविधाएं मुहैया करायी जाएंगी.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शुक्रवार रात कार्ला में एकवीरा देवी के दर्शन करने गए थे. वहां से वह मुंबई जा रहे थे तभी उन्होंने अचानक अपना दौरा बदल कर खालापुर तालुका के इर्शालवाड़ी गांव में निर्मित घर, अस्पताल, स्कूल, आंगनवाड़ी आदि। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि इरशालवाड़ी के ग्रामीणों पर भयानक संकट आ गया है, इस संकट में महाराष्ट्र सरकार उनके साथ खड़ी है और आने वाली दिवाली पर उनके टूटे हुए जीवन को फिर से बनाने के लिए ईमानदार प्रयास कर रही है इरशालवाड़ी में नए पुनर्वास गांव के घरों में काम चल रहा है.
इरशालवाड़ी हादसा
19 जुलाई 2023 को इरशालवाड़ी में एक पहाड़ ढह गया, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई और अन्य लापता हो गए। इस हादसे से 141 नागरिकों को बचाया गया. 19 जुलाई की रात पहाड़ ढहने से ग्रामीण मलबे में दब गए। इस हादसे से महाराष्ट्र हिल गया. इसके बाद इस गांव के पुनर्वास का काम हाथ में लिया गया.
महा 7 न्यूज़ के लिए विजय गावंडे की ब्यूरो रिपोर्ट